Title | Category | Gajal |
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ख्वाब | माया / प्रेम | पल पल मेरे ख्वाबों में बस यु ही कोई आता हैं मीठी मीठी बाते करके नींद चैन उड़ा ले जाता हैं क्या यही प्यार हैं हां सायद यही प्यार हैं ख्वाब भी उसी के आते और बात और जिक्र भी उसी का होता आँखे बंद करू तो वह मुझे सपनो मैं उलझाती मेरी बाहे थामे मुझे चूमती रहती हां शायद यही प्यार हैं यही प्यार हैं |