विजय अविनाश  पागल प्रेमी
विजय अविनाश पागल प्रेमी

Title Category Gajal
गजल b.k बिछोड फुल जस्तै मान्छे तिमी आखिर काडॉ पो भएछौ माया को संसार दिखाए रआखिर टाढा पो भएछौ प्रोःबिजय पागल प्रेमि