Title | Category | Gajal |
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any one | अन्य | बद्नामी भई दुनियाँ याे हसाए रे मैले षड्यन्त्रको जालाे बुनी फसाँए रे मैले दुई मुटु एकै ठानी राखेँ मुटु भित्र नजाकिने खाडल मा पसाएँ रे मैले बिछाेड मा मुटु जल्दा मन याे पग्लदा गाेहि ले झैँ झार्ने अाँसु खसाएँ रे मैले |