Pankaj Kumar Yadav
हमर किरण
®रचना
दिल भरी अहाँक प्रेम बोईक हम रखने छी।
अहाँंके पाबके आसमे कतेक राईत हम कटने छी।।
खैने छी यही सँग जिअ मर के कसम।
जल्दीसँ पूरा कैरदिअ हमर मन।।
सुख दु:ख बाटब सँगे मिलके।
ते त आईब रहल छी हम अपने गाउँ घर अब।।
बिदेशके सुखसँ अपने देशके दु:ख प्यारा।
एकेले भक रहलासँ लगैत अछी बहुत न्यारा।।
प्रेम करैछी सदिखन अहिसँ अहि हमर जीवन छी।
साथ देब सदिखन अहाँ यही हमर किरण छी।।
@पँकज यादब
गोठ कैलपुर(धनुषा)
हाल:-दोहा कतार