Pankaj Kumar Yadav
कठोर पृयत्मा
फोटो फेकली थालमे हमर सडि गेल हेतै
आई,
नाम निशान तs मेटिए गेल हेतै फेर किए
पशचाईछी आई?
बिमार केलौ हमर मोन के हम होकरैछी
दोहा-कतारमे,
जरैत होत दिल अहुके धुँवा निकलैत होत
कपारमे।
कि भेटल अहाँके सजनी हमरा कना-कना
कs,
छुटल घाँउके बिस्तार किए करैछी ससुरामे
जा कs?
सेएह मोन रहे तहन साथ किए छोडली हमर?
बर्षो सँ जुडल नाता भरमे किए तोडली हमर?
जे पहिने भेलै सजनी से सब यहाँ बिसैर जाँउ,
अपना सजना सँग खुब प्रेम करु ओकरे दिलमे
बसि जाउँ।
#पँकज_ कुमार_यादब
गोठ कोयलपुर(धनुषा)
हाल:-दोहा कतार