कोई मधेशी कहता है कोई धोती समझता है। कोई ईस देशकी धरतीको बपौटी समझता है।। ए मेरे देश कि फिरँगी,कान खोल सुन्लो तुम्ने। ए देश हमरा था ए मधेश हमारा है।।
#अन्य