Rajesh Kumar Yadav

वो कहें और हम अपना सर्वस्व


वो कहें और हम अपना सर्वस्व लुटा दे
हम कहें और वो मुस्कुरा दें
जीवन के हर मोड़ पर जिंदगी को सजा दें
चाहत में उनकी खुद को भुला दें
ग़म कभी छू ना पाए वफाओं के हम ऐसे निशां बना दें
चेहरे से जो वो पर्दा हटा दें
जमाना कहता है हमसे
दीवाने हो क़यामत के
हम दीवाने हैं उनके
वो कोई तो कयामत ढा दे
उनके लिए हम अपनी जिंदगानी लुटा दे
सजा दे ,सिला दे ,मिटा दे ,
कोई फैसला तो सुना दे
राजेश कुमार यादव
२३/०१/२००२

#माया / प्रेम