Rajesh Kumar Yadav
मेरी तन्हाई चीख चीखकर
रात को मेरी तन्हाई चीख चीखकर चिल्लाती है!
दूर तेरे घर के सामने एक रोशनाई सी नजर आती है!
कई रातों तक तेरी परछाई तक नजर नहीं आती हैं!
बेवफा तू है जो हमको याद दिलाती है!
मेरी वफ़ा बेवफा तुझको तो मेरी याद तक न आती है!
राजेश कुमार यादव