Krishna Raikal
र्पित कुरा नगर भो
माया मानै धोका पाय र्पित को कुरा नगर भो
हारि सके बाजि अब जित को कुरा नगर भो
ठुलै बर्षा हुनुपर्छ हरियालि छाउन यहाँ
सुकिजाने बिहानि सित को कुरा नगर भो
माया मानै धोका पाय र्पित को कुरा नगर भो
हारि सके बाजि अब जित को कुरा नगर भो
ठुलै बर्षा हुनुपर्छ हरियालि छाउन यहाँ
सुकिजाने बिहानि सित को कुरा नगर भो