Mahesh Chauhan Chiklana

कविता


मैं अगर उतार दूँ
तेरी आँखों का नशीलापन,
तेरे चेहरे की सुन्दरता,
तेरी लहराती जुल्फ,
तेरी चाल की मादकता ।
मैं अगर उतार दूँ
तेरा उभार - सौंदर्य कविता में
तो उम्र भर तड़पेंगें सारे कवि
मेरी कविता के लिये
जैसे मैं तड़प रहा हूँ...
तेरे लिये ।

#अन्य