Mahesh Chauhan Chiklana

मुक्तक


यूँ तो कभी - कभी उससे,हो जाती है मुलाकात भी |
थोड़ी बहुत कभी - कभी उससे,हो जाती है बात भी |
पर अब इन मुलाकातों और बातों में,तब-सी बात नहीं ,
जब उसकी याद में,आँखों में गुज़र जाती थी रात भी ।

#अन्य